निर्वाचन आयोग के मुखिया रजीव कुमार को संकटों के बीच सीआरपीएफ द्वारा जेड-श्रेणी की सुरक्षा
गुड़गांव: भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के मुखिया रजीव कुमार को संकटों के बीच सुरक्षा की वृद्धि की गई है। सीआरपीएफ ने उन्हें जेड-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है, जिसमें उन्हें विशेष सुरक्षा उपायों का लाभ मिलेगा। इसके पीछे आतंकवादी खतरे की चिंता बताई गई है।
सूत्रों के मुताबिक, रजीव कुमार को चिंगारी रक्षा बल ने जेड-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। इसका मतलब है कि अब उन्हें और अधिक मजबूत सुरक्षा कवच मिलेगा।
इस नई परिस्थिति के पीछे आतंकवादी खतरे की चिंता है। इसके बाद, रजीव कुमार को और अधिक सुरक्षा का प्रावधान किया गया है। उन्हें पहले से ही सुरक्षा कवच प्रदान किया गया था, लेकिन इस नई स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उनकी सुरक्षा को और भी मजबूत किया गया है।
रजीव कुमार ने अपने कैरियर के दौरान विभिन्न पदों पर काम किया है, और वे निर्वाचन आयोग के मुखिया के रूप में तीसरे नवंबर 2023 से कार्यरत हैं। उन्हें लगातार नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें सुरक्षा की चुनौती भी शामिल है।
अब, जेड-श्रेणी की सुरक्षा के अंतर्गत, रजीव कुमार को सुरक्षा के और विशेष उपायों का लाभ मिलेगा, ताकि उन्हें अपने काम को बिना किसी चिंता के करने का संभावना हो।
आयोग के प्रवक्ता ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा के बढ़ते हुए नामंजूर होने के पीछे राजनीतिक और सुरक्षा से जुड़े कई कारण हो सकते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था की बढ़ोतरी के बाद, रजीव कुमार की सुरक्षा को लेकर नए सवाल भी उठे हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार, यह निर्वाचन आयोग की नीतियों और प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया है।
इसके अलावा, यह सुरक्षा के कदम आत्मसंघर्षी को मान्यता देते हैं, जिन्हें अपने काम के दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यह भी दिखाता है कि सरकार सुरक्षा को गंभीरता से लेती है, खासकर चुनावी प्रक्रिया के दौरान।
यह सुरक्षा की वृद्धि निर्वाचनीय प्रक्रिया के दौरान हुई है, जो बहुत ही महत्वपूर्ण है। निर्वाचनीय प्रक्रिया की सुरक्षा और निर्वाचन आयोग के सदस्यों की सुरक्षा का प्रावधान करने के लिए यह कदम उचित माना जा सकता है।