बालक ने दिखाई बहादुरी, तेंदुए को कमरे में किया कैद
एक अविश्वसनीय घटना ने सोशल मीडिया पर सभी को चकित कर दिया है। 12 वर्षीय एक बालक ने अपनी बहादुरी और सूझबूझ से एक तेंदुए को कमरे में बंद कर दिया, जिससे न केवल उसने अपनी बल्कि अपने परिवार की भी जान बचाई। यह घटना उस समय हुई जब तेंदुआ अचानक से उनके घर में प्रवेश कर गया।
बालक ने बताया कि वह उस समय घर में अकेला था और अपने कमरे में पढ़ाई कर रहा था, जब उसने अचानक से कुछ आहट सुनी। जब उसने जाकर देखा, तो उसकी नज़र तेंदुए पर पड़ी, जो घर के अंदर घुस आया था। बिना किसी घबराहट के, बालक ने तुरंत ही एक योजना बनाई और तेंदुए को एक कमरे में लुभाने में सफल रहा। उसके बाद, उसने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और तुरंत ही वन्यजीव संरक्षण विभाग को सूचित किया।
This is 12 year old Mohit Ahire from Malegaon in Maharashtra. The calmness with which this boy managed to lock this stranded leopard in the office, is so commendable! Later the leopard was rescued by the experts. pic.twitter.com/2Y9q2U1QcC
— Vibhinna (@Vibhinnaideas) March 6, 2024
वन्यजीव संरक्षण विभाग की टीम ने तुरंत ही प्रतिक्रिया दी और तेंदुए को सुरक्षित रूप से कमरे से बाहर निकाला। उन्होंने बालक की सूझबूझ और बहादुरी की सराहना की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जहाँ लोगों ने बालक की प्रशंसा की और उसे एक हीरो के रूप में सम्मानित किया।
इस घटना ने न केवल बालक की बहादुरी को दर्शाया, बल्कि यह भी सिखाया कि कैसे संकट की स्थिति में शांति और सूझबूझ से काम लेना चाहिए। यह घटना उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो संकट के समय में हिम्मत और धैर्य खो देते हैं।
वन्यजीव संरक्षण विभाग ने इस घटना के बाद लोगों को सलाह दी है कि वे वन्यजीवों के साथ सामना होने पर शांत रहें और तुरंत ही संबंधित विभाग को सूचित करें। उन्होंने यह भी सलाह दी कि घरों के दरवाजे और खिड़कियाँ रात में या जब भी घर में कोई न हो, बंद रखें ताकि वन्यजीव घरों में प्रवेश न कर सकें।
इस घटना ने समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाया है और यह दिखाया है कि युवा पीढ़ी में कितनी अधिक संभावनाएँ और साहस है। बालक की इस कार्यवाही ने न केवल उसके परिवार को गर्वित किया है, बल्कि पूरे समाज को भी एक नई प्रेरणा दी है।