बीजेपी सांसद कंगना का किसानों के विरोध पर विवादास्पद बयान

बीजेपी सांसद और चर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर एक टिप्पणी की, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है। कंगना ने अपने बयान में कहा, ‘पार्टी शासिचु, वाचक्षिल जगरतपालिकुम्’, जिसका मोटे तौर पर अर्थ है “पार्टी शासन करेगी, बाकी सब जागते रहें।”

कंगना का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में किसान आंदोलन और उनकी मांगों को लेकर गर्मागर्म बहस चल रही है। किसानों का विरोध प्रदर्शन एक लंबे समय से चल रहा है, और इस आंदोलन ने सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा की है। ऐसे में कंगना के इस बयान ने आग में घी डालने का काम किया है।

कंगना रनौत, जो अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं, ने पहले भी किसानों के आंदोलन को लेकर विवादास्पद टिप्पणियां की हैं। उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी भारी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं अधिकतर लोग इसे किसानों के खिलाफ अपमानजनक मान रहे हैं।

राजनीतिक दलों ने भी कंगना के इस बयान की कड़ी निंदा की है। विपक्षी दलों ने इसे किसानों का अपमान बताते हुए कंगना और बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह बयान उन किसानों के संघर्ष का मजाक उड़ाने के समान है जो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।

किसान नेताओं ने भी इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कंगना जैसे लोग, जो जमीनी हकीकत से दूर हैं, किसानों के संघर्ष को समझ नहीं सकते। उन्होंने कंगना से इस बयान के लिए माफी मांगने की भी मांग की है।

बीजेपी की ओर से अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन पार्टी के भीतर और बाहर, इस बयान ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। क्या एक सांसद द्वारा ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर इस प्रकार की टिप्पणी उचित है, इस पर अब सवाल उठ रहे हैं।

यह पहली बार नहीं है जब कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरी हैं। वह पहले भी विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से रखने के लिए जानी जाती रही हैं, लेकिन इस बार उनका यह बयान किसानों के साथ-साथ राजनीतिक विरोधियों को भी नाराज कर गया है।

कंगना के इस बयान का राजनीतिक प्रभाव क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि इसने किसानों के आंदोलन और उनकी मांगों को लेकर एक बार फिर से ध्यान आकर्षित किया है।

अब देखना यह है कि कंगना इस विवादित बयान पर कोई स्पष्टीकरण देती हैं या नहीं, और बीजेपी इस मामले में क्या रुख अपनाती है। लेकिन फिलहाल, यह बयान किसानों और उनके समर्थकों के बीच गहरी नाराजगी का कारण बन गया है।