मॉस्को में भीषण गोलीबारी, 9 की मौत
मॉस्को: रूस की राजधानी मॉस्को में रविवार को एक भयानक आतंकवादी हमले में नौ लोगों की जान चली गई। यह हमला सिनेगॉग, चर्च और एक ट्रैफिक पोस्ट को निशाना बनाते हुए किया गया। हमले में एक पुरोहित भी शामिल है।
हमला स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ जब चार सशस्त्र हमलावरों ने मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल के पास एक सिनेगॉग, चर्च और ट्रैफिक पोस्ट पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने लोगों पर गोलियां चलाईं और कुछ ही समय में क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
रूसी सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को घेर लिया और हमलावरों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया। रूसी आंतरिक मंत्री व्लादिमीर कोलोकोलत्सेव ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मीडिया को बताया कि सभी हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक चर्च का पुरोहित भी शामिल है। इसके अलावा 15 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “बर्बर आतंकवादी हमला” करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले देश की शांति और सुरक्षा को चुनौती देते हैं। पुतिन ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
रूसी जांच समिति ने इस घटना को आतंकवादी हमला मानते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हमला इस्लामिक स्टेट – खुरासान प्रांत (ISIS-K) द्वारा किया गया हो सकता है। ISIS-K ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए एक वीडियो जारी किया है जिसमें हमलावरों को गोलीबारी करते हुए दिखाया गया है।
घटना के बाद मॉस्को में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने इस घटना को “भयानक त्रासदी” करार दिया और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया कराने का आदेश दिया।
हमले के बाद मॉस्को के एक क्लिनिक में घायल लोगों के लिए रक्तदान करने वालों की लंबी कतारें देखी गईं। मॉस्कोवासियों ने इस घटना के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
यह हमला पिछले कुछ वर्षों में रूस में हुए बड़े आतंकवादी हमलों में से एक है। इससे पहले 2004 में बेसलान स्कूल पर हुए हमले में भी बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे। इस ताजा हमले ने रूस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की निंदा की है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस हमले को “भयानक” बताया और कहा कि वे पीड़ितों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी इस घटना की निंदा करते हुए रूसी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की।
इस घटना के बाद रूस में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियान को और तेज कर दिया है। रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) ने बताया कि वे आतंकवादी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।