यूपीए शासनकाल में स्वास्थ्य संकेतकों में प्रगति

भारत में यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के शासनकाल के दौरान स्वास्थ्य संकेतकों में काफी प्रगति देखी गई। इस अवधि में सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, बेहतर चिकित्सा सुविधाओं और जन स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया, जिससे आम जनता के स्वास्थ्य स्तर में सुधार हुआ।

यूपीए शासनकाल के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों को लागू किया गया, जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) प्रमुख था। इस मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया गया और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया गया।

इसके अलावा, यूपीए सरकार ने मातृत्व स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य और पोषण संबंधी कार्यक्रमों पर भी विशेष जोर दिया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी आई और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हुआ।

यूपीए शासनकाल में टीकाकरण कार्यक्रमों को भी बढ़ावा दिया गया, जिससे विभिन्न संक्रामक रोगों के प्रसार में कमी आई। इसके अलावा, एचआईवी/एड्स, टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों के नियंत्रण के लिए भी विशेष कार्यक्रम चलाए गए।

यूपीए शासनकाल के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और जन स्वास्थ्य कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनता के स्वास्थ्य स्तर में सुधार हुआ। इस अवधि में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, बेहतर चिकित्सा सुविधाओं और जन स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे आम जनता के स्वास्थ्य स्तर में सुधार हुआ।