पाकिस्तान ने यूक्रेन को गुप्त रूप से बेचे हथियार, कमाए 363 मिलियन डॉलर

पाकिस्तान ने यूक्रेन को गुप्त रूप से हथियार बेचकर 363 मिलियन डॉलर की भारी रकम कमाई है। यह सौदा पिछले वर्ष दो निजी अमेरिकी कंपनियों के साथ किया गया था, जिसमें पाकिस्तान ने यूक्रेन को गोला-बारूद की आपूर्ति की।

इस खबर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर इसलिए क्योंकि पाकिस्तान ने हमेशा खुद को इस तरह के सौदों से दूर रखने का दावा किया है। इस सौदे के बारे में जानकारी उस समय सामने आई जब पाकिस्तान आर्थिक संकट से गुजर रहा था और उसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बेलआउट पैकेज की आवश्यकता थी।

इस्लामाबाद स्थित विदेश कार्यालय ने यूक्रेन को हथियार और गोला-बारूद बेचने के आरोपों का खंडन किया है, यह कहते हुए कि पाकिस्तान ने हमेशा “सख्त नियंत्रण” की नीति का पालन किया है। हालांकि, इस खुलासे ने पाकिस्तान की विदेश नीति और उसके आर्थिक इरादों पर कई प्रश्न उठाए हैं।

यह रिपोर्ट उस समय आई है जब यूक्रेन और रूस के बीच तनाव चरम पर है। पाकिस्तान का यह कदम न केवल उसके अपने आर्थिक हितों को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि वैश्विक राजनीति में उसकी भूमिका कितनी जटिल और बहुआयामी हो सकती है।

इस खबर के प्रकाश में आने के बाद, विश्व समुदाय में पाकिस्तान की छवि पर भी प्रश्न उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के सौदे से पाकिस्तान की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लग सकता है, खासकर तब जब वह वैश्विक मंच पर शांति और स्थिरता का समर्थन करने का दावा करता है।

इस घटनाक्रम ने न केवल पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में भी एक नई चर्चा को जन्म दिया है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि कैसे आर्थिक संकटों का सामना कर रहे देश अपने वित्तीय संकटों को हल करने के लिए असामान्य और विवादास्पद तरीके अपना सकते हैं।