झारखंड में डेंगू और मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 356 लोग डेंगू से प्रभावित हो चुके हैं, जबकि मलेरिया से 8199 लोग पीड़ित हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने इसे एक गंभीर समस्या मानते हुए तत्काल कदम उठाने का निर्णय लिया है। “हमने इसे बहुत ही गंभीरता से लिया है और जल्द ही इस पर नियंत्रण पाने के उपाय कर रहे हैं,” स्वास्थ्य मंत्री ने कहा।
सरकार ने लोगों को जागरूक करने और उन्हें सही जानकारी प्रदान करने के लिए विभिन्न कैम्पेन चालू किए हैं। इनमें डेंगू और मलेरिया से बचाव के उपायों को लेकर जानकारी दी जा रही है।
“हम लोगों को समझा रहे हैं कि वे कैसे स्वच्छता बनाए रख सकते हैं और पानी का संचारण कैसे रोक सकते हैं, जो डेंगू और मलेरिया के लिए एक बड़ा कारण है,” एक स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि ने कहा।
इसके अलावा, सरकार ने अस्पतालों में अतिरिक्त वार्ड और बेड्स की व्यवस्था की है, ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल मेडिकल सहायता मिल सके।
“हमने अस्पतालों में विशेष वार्ड की स्थापना की है, जहां डेंगू और मलेरिया के मरीजों का उपचार किया जा रहा है,” स्वास्थ्य मंत्री ने जोड़ा।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग के इन कदमों से उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।